रायपुर/कोरबा : आरटीओ ऑफिस बना दलालों का अड्डा अधिकारी कर्मचारी की जगह एजेंट सिस्टम में बैठकर करते हैं काम।
ओमप्रकाश साहू
कोरबा : जिला परिवहन कार्यालय में अधिकारी की अनुपस्थिति या समय बे समय आना जाना यह कोई बड़ी बात नहीं है एक तरफ जहां जिला परिवहन कार्यालय पर फर्जी तरीके से मामलों को निपटाने के गंभीर आरोप लग रहे है वही आज यह देखा गया कि एजेंट संतोष राठौर जिस पर फर्जी तरीके से वाहन के नामांतरण करने का आरोप लगा है वह RTO ऑफिस के सिस्टम पर बैठकर अपने काम को अंजाम दे रहा था । क्या सरकारी कार्यालय में सरकारी अधिकारी की उपस्थिति या अनुपस्थिति में एक एजेंट या बाहरी व्यक्ति सिस्टम पर बैठकर काम कर सकता है? या तो यह रोज का नजारा है या फिर सिस्टम से छेड़छाड़ करना इनका इरादा था ?
आरटीओ एजेंट संतोष राठौर पर फर्जी तरीके से चोलामंडलम फाइनेंस कंपनी की गाड़ी cg12r 4488 का फर्जी तरीके से नामांतरण करने का आरोप लगा है । इतने गंभीर विषयों पर एजेंट एवं अधिकारियों के ऊपर आरोप लग रहे हैं वहीं दूसरी तरफ यह देखने को मिला के एजेंट संतोष राठौर आरटीओ ऑफिस के सरकारी कंप्यूटर के आगे बैठकर अपने फाइलों को निपटा रहे थे। यह देखने से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिला परिवहन कार्यालय में आरटीओ एजेंट द्वारा किस प्रकार से वैधानिक अतिक्रमण किया जा चुका है, क्या अधिकारी, कर्मचारी सभी ने पैसों की खनक के आगे अपनी मूल जिम्मेदारियों को दरकिनार कर दिया है ।
हमारे द्वारा जिला परिवहन कार्यालय में जाकर कोरबा डीटीओ शशिकांत कुर्रे का बयान लेने का प्रयास निरंतर किया जा रहा है पर उनकी अनुपस्थिति से कई प्रश्न उत्पन्न हो रहे हैं।